यदि आप भी शहर या गाँव में कोई छोटा बिज़नेस चलाते है, तो आपके दिमाग में भी यह सवाल आया होगा कि क्या आपको भी GST नंबर लेना चाहिए या नहीं ? देखिये आज के समय में भारत में चलने वाले किसी भी बिज़नेस के लिए GST अनिवार्य है । परन्तु भारत सरकार की दूर-दृष्टि देखिये ।
वह यह नहीं चाहती कि GST की वजह से छोटे और निम्नन स्तर के व्यापारियों का नुकसान हो । इसलिए छोटे बिज़नेस के लिए कुछ रियायतें दी गयी है। आइए जानते है की क्या है यह रियायतें और किस तरह एक छोटा व्यापारी अपने बिज़नेस में इसका फ़ायदा उठा सकता है।
GST क्या है? (What is GST in Hindi )
GST भारत सरकार द्वारा लागू की गई एक टैक्स व्यवस्था है, जिसे One Nation-One Tax पालिसी के तरह लॉन्च किया गया है । अब अनेक प्रकार के टैक्सों को हटा कर, GST को लागू कर दिया गया है ।
यदि आप इसके बारे में डिटेल में पढ़ना चाहते है? तो आपको यहाँ से पढ़ना चाहिए - GST का फुल फॉर्म । GST क्या है?
छोटे व्यापारियों के लिए GST रजिस्टर करना ज़रूरी है या नहीं? (GST Registration for Small Business)
आज हम बात करने वाले है कि छोटे व्यापारियों को GST के लिए रजिस्टर करना चाहिए या नहीं? इसके बारे में । आपको GST भरना चाहिए या नहीं, यह तो बहुत बाद की बात है । पहले GST के लिए आप एलिजिबल है या नहीं, इसके बारे में जानते है ।
Chote Business ke liye GST zaruri hai ya nahi |
GST के लिए छोटे व्यापारिओं को रजिस्टर करना चाहिए, इसे जानने के लिए जानते है की आपका बिज़नेस किस तरह का है?
कौन-से छोटे बिज़नेस के GST के लिए पंजीकृत करें?
- यदि आपका बिज़नेस मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर में है, यानि आप ऑटोमोबिल, मशीन, कपड़े, तेल, साबुन, घर, डिफेंस, इलेक्ट्रॉनिक्स, प्लास्टिक सामान, इतियादि, तो आपको टर्नओवर 40 लाख रुपए तक कोई GST भरने की ज़रूरत नहीं है।
- सर्विस सेक्टर, जिसमे फाइनेंस, निवेश, बैंक, आईटी, कंसल्टेशन, बिज़नेस रिलेशन, पीआर, मार्केटिंग, एडवरटाइजिंग, होटल, हेल्थकेयर, कानून, इन्शुरन्स, एकाउंटिंग और मैनेजमेंट आती है, इसमें GST की लिमिट 20 लाख रुपये है।
- वही कुछ चुनिंदा राज्य ख़ास कर के उत्तर-पूर्वी राज्य आसाम, अरूणाचल प्रदेश, जम्मू और कश्मीर, मणिपुर, सिक्किम, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, त्रिपुरा, नागालैंड में GST लिमिट केवल 10 लाख रुपए है।
- यदि आप किसी मार्केटप्लेस पर अपना सामान और सेवाएं बेच रहे है, जैसे की अमेज़न, फ्लिपकार्ट, मीशो, मंत्रा और इंडियामार्ट, तब भी सेलर को GST के लिए रजिस्टर करना अनिवार्य है। इसके लिए कोई टर्नओवर लिमिट नहीं है ।
GST Registration से पहले आपको कुछ ऐसा बताते है, जिससे छोटे बिज़नेस फ़ायदा हो।
छोटे बिज़नेस के लिए भारत सरकार एक Composition scheme भी चलाती है, जिसके तहत GST रजिस्टर करने पर, उन्हें मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर में 1.5 करोड़ के टर्नओवर और सर्विस सेक्टर में 50 लाख के टर्नओवर तक कोई GST भरने की ज़रूरत नहीं है।
यदि आपका टर्नओवर बताए गयी लिमिट से ज़्यादा हो जाये, केवल तभी आप GST भरेंगे। जाते-जाते कुछ और भी आपको बता कर जाना चाहते है । यदि आप एक ब्लॉगर, फ्रीलांसर, यूट्यूबर या सेवाएं, भारत से बाहर दुसरे देशों में देते है । तब आपको कोई GST भरने की ज़रूरत नहीं है।
भारत के बाहर कोई भी सेवाएं देने में आपको कोई GST नहीं चुकाना पड़ेगा। इसमें आपको इस बात का भी ध्यान रखना है कि अगर आप विदेशों में अपनी सेवाएं बेचकर 20 लाख से ज़्यादा टर्नओवर करते है, ऐसे में आपको आईटीआर (ITR) भरना और बाकी गाइडलाइन्स को फॉलो करना होगा। ऐसे में यदि GST कट जाये, फिर आप रिफंड के लिए GST पोर्टल पर क्लेम कर सकते है ।
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