भारत में एक सीजन चल रहा है स्टार्टअप का | आए दिन आप न्यूज़ में पढ़ते हैं कि फलाना कंपनी यूनिकॉर्न बन गई या फला फला कंपनी को करोड़ों रुपए की फंडिंग प्राप्त हुई है | ऐसे में नौजवानों का स्टार्टअप की तरफ रुझान एक आम बात है |

लोग यह नहीं समझते कि आपका स्टार्टअप एक बिजनेस है, और उसे बिजनेस की तरह ही चलाएं | ऐसे में वे लोग कई जरूरी लाइसेंस, टैक्स, बैंकिंग, और नए कस्टमर कैसे बनाएं, इन सब के बारे में जानकारी नहीं रखते | इन्हें एक लम्बे समय तक नजरअंदाज करते रहते हैं |

यदि आप अपना स्टार्टअप शुरू कर रहे हैं, तो सबसे पहले अपने स्टार्टअप के लिए मार्केट डिमांड और सप्लाई का खेल समझ लीजिए | यदि आप मार्केट के बारे में अच्छे से जान लेंगे और अपने प्रोडक्ट या सर्विस को मार्केट गैप की हिसाब से पेश करेंगे, तो आपके स्टार्टअप की सफल होने की अवसर और बढ़ जाते हैं |

साथ में, आप यह भी ध्यान रखिए की आप के पास अपने स्टार्टअप को चलाने के लिए उचित फंडिंग मौजूद होनी चाहिए | यदि आप कस्टमर बनाने के लिए, अपनी हिस्सेदारी बेचकर अपने इन्वेस्टर से पैसा उठाते रहेंगे, तो एक समय ऐसा आएगा कि आपको फंडिंग मिलना बंद हो जाएगी | हो सकता है, आपकी खुद की कंपनी में आपकी हिस्सेदारी न रहे |

स्टार्टअप में हमेशा लंबे समय तक जुड़ने वाले कस्टमर बनाने पर ध्यान देना चाहिए | एक बार आपके स्टार्टअप के लॉयल कस्टमर बन गए, तब आपको मार्केटिंग और प्रमोशन में पैसा और समय कम लगना पड़ेगा |

यदि आप अपने कस्टमर से फीडबैक नहीं लेते, और अपने प्रोडक्ट में सुधार नहीं करते, तो आपका स्टार्टअप जरूर फेल होगा | इसलिए अपने कस्टमर के शिकायतों और रिव्यु पर जरूर ध्यान देकर अपने प्रोडक्ट या सर्विस में सुधार करें | इससे आप अपने प्रोडक्ट और सर्विस को अपने प्रतिद्वंदी से भी अच्छा बना सकते हैं, और ज्यादा मार्केट में टिक्के रहेंगे |

अंत में मैं आपसे यही कहना चाहूंगा कि स्टार्टअप एक बिजनेस है, और किसी भी बिजनेस की तरह इसका भी अच्छा और बुरा समय अवश्य होगा | यदि आपके स्टार्टअप का अच्छा समय चल रहा है, आपके फंडिंग मिलने और नए कस्टमर बनाने में कोई कठिनाई नहीं हो रही | तो अपने प्रॉफिट को सही जगह इन्वेस्ट भी करें |

भारत सरकार भी नए स्टार्टअप को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहुंचने के लिए बहुत से योजनाओं के तहत फंडिंग करती है और लोन भी दे रही है | यदि आपके स्टार्टअप को भी सरकारी योजनाओं के तहत कोई मदद मिल रही हो, तो आप वह मदद जरूर लें |

नोट: यह कंटेंट सबसे पहले क्वोरा हिंदी पर पूछे गए जवाब के लिए लिखा गया था | यदि आप भी अच्छा कंटेंट पढ़ने की इच्छा रखते है, तो क्वोरा के मंच "business school" पर हमें follow ज़रूर करें | 

"सुलेख पत्रिका का लक्ष्य है की आने वाले 10 सालों में 5 करोड़ नए लोगों को भारत में बिज़नेस करने के लिए प्रेरित करना | क्या आप भी इस सफर का हिस्सा बनेंगे ? अभी Subscribe कीजिये |"



About Founder & Author:

कुमार गौरव सिंह एक भारतीय ब्लॉगर, फ्रीलॉन्स कंटेंट राइटर और SEO अनलिस्ट है | वह एक फ्रीलांसर के तौर पर 2018 से काम कर रहे है | वह Upwork पर एक "Top Rated Talent" फ्रीलांसर है | whatyouremind.in एक हिंदी ब्लॉग है, जहाँ पर व्यवस्थित रूप से बिज़नेस, मार्केटिंग और पर्सनल फाइनेंस के बारे में जानकारी दी जाती है | मोबाइल पर पढ़ने के लिए, आप हमारा एंड्राइड एप्प भी Whatyouremind Lite डाउनलोड कर सकते है |


फॉलो करें 👉 Instagram | LinkedIn | Facebook